Shahid Kranti Yatra Geet歌词由Gyanender Sardhana&Satish Khatana演唱,出自专辑《Shahid Kranti Yatra Geet》,下面是《Shahid Kranti Yatra Geet》完整版歌词!
Shahid Kranti Yatra Geet歌词完整版
चौदह मई को नेहरू स्टेडियम दिल्ली के दरम्यान चले
स्वतन्त्रता सेनानियों के करने को गुणगान चले
देता है इतिहास गवाही गुर्जर जाति वीरों की
धनसिंह बाबा कोतवाल से ताकतवर रणधीरों की
जिनके साम्ही पेश चली ना अंग्रेजी जंजीरों की
चालो चलके करे वंदना इन बलिदानी तस्वीरों की
जयहिंद के जयकारों से करते गुंजित असमान चले
स्वतन्त्रता सेनानियों के करने को गुणगान चले
चौदह मई को नेहरू स्टेडियम दिल्ली के दरम्यान चले
अट्ठारह सौ सत्तावन से आजादी तक की गाथा
लाखो जन कुर्बान हुए ये दिल से दर्द नहीं जाता
जो काले आम पे फांसी झूले उनको भूल नहीं पाता
अनाम शहीदों को मान मिले मै न्यू दिल्ली जाना चाहता
एक एक मिलके बने कारवां न्यू सारा हिंदुस्तान चले
स्वतन्त्रता सेनानियों के करने को गुणगान चले
चौदह मई को नेहरू स्टेडियम दिल्ली के दरम्यान चले
आजाद हिन्द फ़ौज के सैनिक करते जयजयकार गए
सुभाष बोस के संग मिलके वो करके आरोपार गए
कितने सङगे जेलों में और कितने तड़ीपार गए
काट गुलामी की बेड़ियों को कर सपने साकार गए
उन सबके घरवालों का करने दिल से सम्मान चले
स्वतन्त्रता सेनानियों के करने को गुणगान चले
चौदह मई को नेहरू स्टेडियम दिल्ली के दरम्यान चले
स्वतन्त्रता सेनानियों के जो परिवार आवेंगे
क्रांति चक्र से सम्मानित वो लोग किये जावेंगे
गुर्जर आर्ट एंड कल्चर टीम के लग वहां पावेंगे
सतीश खटाना छंद आपके न्यू इतिहास बनावेंगे
ज्ञानेंद्र सरधना क्रांति यात्रा में तेरी तुक तान चले
स्वतन्त्रता सेनानियों के करने को गुणगान चले
चौदह मई को नेहरू स्टेडियम दिल्ली के दरम्यान चले