Aaya Mela Fagan Ka歌词由Prateek Mishra演唱,出自专辑《Aaya Mela Fagan Ka》,下面是《Aaya Mela Fagan Ka》完整版歌词!
Aaya Mela Fagan Ka歌词完整版
आई जो रुत फाग की आई
सजल अंखियां मुसकाई
सबके दिलों पे छाए श्याम जी
हाथों में निशान उठाए श्याम के नारे हैं
खाटू से रिंगस के क्या ये खूब नजारे हैं
मौका ही ऐसा है सारे खाटू जायेंगे
आया मेला फागण का हम श्याम रिझायेंगे
सज गई खाटू नगरी ऐसी रौनक आई है
श्याम प्रेमियों में गजब की खुशियां छाई है
सबने थी जो बाट जुहारी, दिन वो आया है
मस्ती में सब खोए सबको श्याम ही भाया है
आई जो रुत...
कोई पैदल चलके अर्जी लेकर आता है
कोई प्यार दिखाता जैसे गहरा नाता है
कोई मेले में नाचे और शोर मचाता है
फागुन ग्यारस धोक लगा कोई शीश झुकाता है
आई जो रुत...
फागुन में जो श्याम धनी के द्वारे जाता है
खुश होकर के सेठ सांवरा गले लगाता है
प्रेमी के संग में ये ऐसा रंग जमाता है
"नेहा" की ये ध्वजा सांवरा खुद लहराता है
आई जो रुत...