Paheli歌词由Kreativenitin演唱,出自专辑《Paheli》,下面是《Paheli》完整版歌词!
Paheli歌词完整版
पहेली!
कभी कभी तो तारे गिनते, थक कर के मैं सो जाता हूँ
तुम हो अभी, तुम नहीं हो, असमंजस में खो जाता हूँ
सुबह उठा तो कुछ पत्तों पे, ओस की बूँदें थमी हुईं थी
आस की बूँदें बनकर मेरे होंठों पर थी नमी अभी भी
बाहों में था भारीपन सा, काँधे पर सिलवट सी थी
चादर पे तकिये पर मेरे, महक तुम्हारी अभी भी थी
ख़न-ख़न की छन-छन कीआहट, कानों में दस्तक देती थी
अंगड़ाई थी, करवट सी थी, या प्यार भरी थपकी सी थी
बालों में उंगलियां तुम्हारी, काँधे पर हथेली को
हर पल यूँ महसूस किया, मैंने इक पहेली को......