Sar Se Pallu Gira Deb歌词由Ankit Agrawal&Shivam Yadav&Shivani Singh演唱,出自专辑《Sar Se Pallu Gira Deb》,下面是《Sar Se Pallu Gira Deb》完整版歌词!
Sar Se Pallu Gira Deb歌词完整版
मुखरा
सोरहो सिंगार तनी कम कर रानी।
अइसे देखाव जनी सबके जवानी।।
उल्टी पाला मार के चलब झार के।
पानी में आग लगा देहीब हो।
जहिया माथ प से पल्लू गिरा देहिब हो।
ससूरो जी के माथा फिरा देहिब हो।।
अंतरा 1
का कही घर टोला करबू ना परदा।
ससुरो में आई के मचावतारु गरदा।।
देह टाईट बा लाईट ई फेस करता।
काली केसिया आकर्षण विशेष करता।।
खिलल बदन बा लागत निमन बा।।
भीतर के फीलिंग जगा देहिब हो।
जहिया माथ प से पल्लू गिरा देहिब हो।
ससूरो जी के माथा फिरा देहिब हो ।।
अंतरा 2
भऊजी के देखी तू सिख कुछू लूर हो।
बिगडल जाता तोहार काहे सहुर हो।।
राजा सहब ना रहब हम आजादी से ।
काहे पहिले ना सोचल ई शादी से ।
कर ना हाला,मार मुंह पे ताला
अंकित नीरज दिल जरा देहिब हो।।