Aayi Ho Tum歌词由PATHAK&Aviraag演唱,出自专辑《Aayi Ho Tum》,下面是《Aayi Ho Tum》完整版歌词!
Aayi Ho Tum歌词完整版
लाबों से निकले शब्द सुनहरी सी आवाज़ है
नरम से गाल तेरे प्यारी सी मुस्कान है
माथे पे बिंदी खूबसूरत क्या कमाल है
बालों में खुशबू क्या वो गजरे का कमाल है?
गले तो लगजा मेरा दर्द सब बेकार है
माँ मेरी पूछे अक्सर तुझको उससे प्यार है?
पहले मैं बन जाऊं तेरे लायक फिर तो बात है
फिर मैं बताऊं उसको तो कितनी तो खास है
आयी हो तुम, जबसे यहाँ
मिल गया है, मुझको जहाँ
आयी हो तुम, जबसे यहाँ
मिल गया है, मुझको जहाँ
मेरे ग़मों को मिल गई
तेरी ख़ुशी की पर्चियाँ
अभी मैं हूँ रूका जज़्बातों को दबालिया
तेरा वो चेहरा देख अभि चाँद भी शरमालिया
तू निकले धूप में तो सूरज का मुझसे सवाल है
क्यों उससे ज़्यादा चमके ऐसी क्या ही तुझ में बात है
बातों ही बातों में तो तूने भी बता दिया
पूछा था मैंने, तूने देख कर शरमा दिया
फिर क्यों तू पूछे मुझसे क्यों तू ना नाराज़ है
मैं मिलती हूँ फिर भी एक ना सवाल है ?
मेरा ये जहाँ हो तुम मेरी जाना
मेरा आसमान हो तुम मेरी जाना
मेरा ये जहाँ हो तुम मेरी जाना
मेरा आसमान हो तुम मेरी जाना
फिर मैं भी क्या बताऊं तुझ में ऐसी बात है
तेरे संग मैं रहूं दो पल भी मुझको खास है
आँखें हैं राधा तेरी वैसी ही मुस्कान है
सवेरा होता मेरा पहला पहला तू ख़याल है
हाँ आज भी तो मुझको याद कितनी आती है
तलब है तेरी, बस तू ही तो मुझको भाती है
हजारों हो या लाखों की भी भीड़ हो खड़ी
सितारों सी चमक रही है उन हजारों में
जगा रही अकेलेपन अंधेरी रातों में
उठा जो लिख रहा ये गीत तेरे ख्वाबों में
ये दिल जला कलम से लिख रहा तो सुन रही क्या?
तेरी तारीफ में ज़िक्र करूं हर गाने में
मैं एक अंधेरे शहर सा
वो एक सवेरे सा होता
मिल जाए मुझको वो चेहरा
जो तेरे चेहरे सा होता
होती जो तुम पास मेरे
नग्मा ये सेहरे सा होता
करता दुआएं मैं अक्सर
क्यूँ न सब पहले सा होता
आयी हो तुम, जबसे यहाँ
मिल गया है, मुझको जहाँ
आयी हो तुम, जबसे यहाँ
मिल गया है, मुझको जहाँ
मेरे ग़मों को मिल गई
तेरी ख़ुशी की पर्चियाँ