Maa Kalaratri Aarti歌词由Avijit Das演唱,出自专辑《Maa Shailputri Aarti》,下面是《Maa Kalaratri Aarti》完整版歌词!
Maa Kalaratri Aarti歌词完整版
जय कालरात्रि माता, ॐ जय श्यामा गौरी |
तुमको निशिदिन ध्यावत , हरी ब्रह्मा शिवरी ||
ॐ जय कालरात्रि मैया | कालरात्रि जय-जय महाकाली ।
काल के मुंह से बचानेवाली ।। दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा ।
महाचंडी तेरा अवतारा ।। महाचंडी तेरा अवतारा ।।
महाचंडी तेरा अवतारा ।। पृथ्वी और आकाश पे सारा ।
महाकाली है तेरा पसारा ।। खड्ग खप्पर रखनेवाली ।
दुष्टों का लहू चखनेवाली ।। दुष्टों का लहू चखनेवाली ।।
दुष्टों का लहू चखनेवाली ।। कलकत्ता स्थान तुम्हारा ।
सब जगह देखूं तेरा नजारा ।। सभी देवता सब नर-नारी ।
गावें स्तुति सभी तुम्हारी ।। गावें स्तुति सभी तुम्हारी ।।
गावें स्तुति सभी तुम्हारी ।। रक्तदंता और अन्नपूर्णा ।
कृपा करे तो कोई भी दुख ना ।। ना कोई चिंता रहे बीमारी ।
ना कोई गम ना संकट भारी ।। ना कोई गम ना संकट भारी ।।
ना कोई गम ना संकट भारी ।। उस पर कभी कष्ट ना आवे ।
महाकाली मां जिसे बचावे ।। तू भी भक्त प्रेम से कह ।
कालरात्रि मां तेरी जय ।। कालरात्रि मां तेरी जय ।।
कालरात्रि मां तेरी जय ।। जय माँ कालरात्रि मैया।
माँ कालरात्रि जी की आरती , जो कोई नर गाता ,
उर आनंद समता, पाप उतर जाता जय कालरात्रि
ॐ जय कालरात्रि माता मैया जय कालरात्रि माता