Jai Jai Jai Hey Mahakaal歌词由Rajendra Jain演唱,出自专辑《Jai Mahakaal》,下面是《Jai Jai Jai Hey Mahakaal》完整版歌词!
Jai Jai Jai Hey Mahakaal歌词完整版
श्लोक:
नमामी शमीशान निर्वाणरूपं।
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम्॥
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं।
चिदाकाशमाकाशवासं भजे हं॥
चिदाकाशमाकाशवासं भजे हं॥
चिदाकाशमाकाशवासं भजे हं॥
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।
आदिश्वर ज्योतिर्मय जागो,
आदिश्वर ज्योतिर्मय जागो,
जागो परम प्रकाशी।
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।
ॐ नमः शिवाय!
ॐ नमः शिवाय!
ॐ नमः शिवाय!
ॐ नमः शिवाय!
तुलसीदास ने उज्जैनी में रुद्र तुम्ही को ध्याया,
रुद्र तुम्ही को ध्याया,
तुलसीदास ने उज्जैनी में रुद्र तुम्ही को ध्याया,
रुद्र तुम्ही को ध्याया,
कहा नमामि शमिशान, फिर शाश्वत् अलख जगाया,
शाश्वत् अलख जगाया,
मंत्रहीन मैं क्रियाहीन, क्या जानूँ तेरी माया,
ना जानूँ तेरी माया
भाव भरे कुछ बेलपत्र ले मैं भी द्वारे आया,
मैं भी द्वारे आया,
श्लोक:
प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं।
अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशम्।
त्रय: शूल निर्मूलनं शूलपाणिं।
भजे हं भवानीपतिं भावगम्यं॥
भजे हं भवानीपतिं भावगम्यं॥
भजे हं भवानीपतिं भावगम्यं॥
सहज समर्पण को पहचानो,
हे घट घट के वासी।
सहज समर्पण को पहचानो,
हे घट घट के वासी।
आदिश्वर ज्योतिर्मय जागो,
आदिश्वर ज्योतिर्मय जागो,
जागो परम प्रकाशी।
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।
ॐ नमः शिवाय!
ॐ नमः शिवाय!
ॐ नमः शिवाय!
ॐ नमः शिवाय!
आदि काल से शव और शिव का रिश्ता बड़ा पुराना,
रिश्ता बड़ा पुराना,
आदि काल से शव और शिव का रिश्ता बड़ा पुराना,
रिश्ता बड़ा पुराना,
भस्म आरती आपसे मिलने का है एक बहाना,
हाँ हाँ एक बहाना,
महाकाल मेरी भस्मी भी अपने अंग रमाना,
अपने अंग रमाना,
मिट्टी में जब मिल जाऊँ ‘राजेंद्र’ मुझे अपनाना,
‘राजेंद्र’ मुझे अपनाना
श्लोक:
न जानामि योगं जपं नैव पूजां।
नतो हं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यं।
जराजन्म दु:खौघ तातप्यमानं।
प्रभो पाहि आपन्न्मामीश शंभो॥
प्रभो पाहि आपन्न्मामीश शंभो॥
प्रभो पाहि आपन्न्मामीश शंभो॥
भस्म प्रियम शमशानपति,
हे अखिलेश्वर अविनाशी,
भस्म प्रियम शमशानपति,
हे अखिलेश्वर अविनाशी,
आदिश्वर ज्योतिर्मय जागो,
आदिश्वर ज्योतिर्मय जागो,
जागो परम प्रकाशी।
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।
जय जय जय महाकाल,
हे मृत्युंजय अविनाशी।