Saji Re Ayodhya歌词由Kumaar Sanjeev演唱,出自专辑《Saji Re Ayodhya》,下面是《Saji Re Ayodhya》完整版歌词!
Saji Re Ayodhya歌词完整版
सजी रे सजी रे अयोध्या सजी।
के गाओ गीत आनन्द के,
राम जी के आसन के।
बहुत ही लम्बा था वनवास,
मगर मेरे धीरज को थी आस,
राम आएँगे यहाँ एक दिन
मेरी झोली में था विश्वास।
मेरी माला के मोती ने,
राम की मूरत बस भजी।
सजी रे सजी रे अयोध्या सजी।2
सरयू माँ के तट पर मैं,
अभिषेक जगाता हूँ।
हर आने वाले पावन चरणों को,
अपना शीश झुकाता हूँ।
के दर्शन करने आओ तुम,
साथ बाल गोपाल लाओ तुम।
ये नगरी सूनी थी तुम बिन,
हे राम कैसी लीला है रची।
सजी रे सजी रे अयोध्या सजी।2
सिया माँ का जनकपुर से,
साथ श्रृंगार आया है।
के लछमन जैसे भाई का,
साथ अवतार आया है।
देश का हर जनमानस अब,
मनाये दीवाली है।
के दीपों में डूब गया सब है,
ना कोई कतरा खाली है।
ये कैसी पावन महिमा है प्रभु,
सब कुछ है ये तुमसे ही।
सजी रे सजी रे अयोध्या सजी।2