Mhara Bheru Damrudhari歌词由Vaibhav Soni演唱,出自专辑《Mhara Bheru Damrudhari》,下面是《Mhara Bheru Damrudhari》完整版歌词!
Mhara Bheru Damrudhari歌词完整版
म्हारा भेरू डमरूधारी , बैठा नाकोड़ा रे माही
म्हारा भेरू डमरूधारी , बैठा मेवानगर रे माही
थारे देवरा में आया थारा जातरी
हो.. घणी दूर सु अर्ज़ी लेने , भक्त आपरा आया
देख मूरतिया खम्मा भेरूजी , मन ही मन हर्षाया
थोरो पर्चो जग में भारी , मैं तो जाऊ वारि - वारि
थारे नाम सु तीर जावे , थारा जातरी
म्हारा भेरू …..
एक नज़र थारी हो जावे , दुविधा हो सब दूर
थारे चरण तो चाकरीयो , हाज़िर खड्यो हुज़ूर
हो.. पूनम वाली रात भेरूजी , रूम झूम करता आवों
श्वान सवारी त्रिशूल धारी , म्हाने दर्श दिखाओ
डम - डम डमरू ज़ोर बजाओ , गम - गम गुँघरिया गमकावों
ज्योता चौदस री जगावा , थारे नाम री
म्हारा भेरू …..
हो.. पार्श्वप्रभु रा पायक थे तो , कलज़ुग रा अवतारी
चार खुट और चौदह भवन में , थोरी माहिमा भारी
आयी चौदस पूनम ख़ास , म्हारें मन में घनी है आस
मैं तो भजन करावा , थारे नाम रा
म्हारा भेरू …..