Piya Sang歌词由Sidhant Pundir演唱,出自专辑《Piya Sang》,下面是《Piya Sang》完整版歌词!
Piya Sang歌词完整版
"ज़रा लबों से, हवाओं को
धीरे से यूं ही गुजरने दो
बंसी,की सरगम, को आहों से
सीने पे मेरे बिखरने दो ।
हम जब मिलें, इश्क और जुनू
पास आएं...
फिर बेखुदी,मुझको यूं ही,
ऐसे .. नचाए
झूम के सावन में नाचे वो
मस्त - घटा बन छाई रे
चुनरी भी तेरी सर से
सरकी सरकी जाए रे
पिया संग नैन मिलाकर
दिल देकर वो आई रे
चुनरी भी उसकी सर से
सरकी सरकी जाए रे ।।
बना हुआ मैं, कोई तिनका
बहता फिरूं इन, हवाओं में ...
बहने दो ना मुझे
लहरों में इश्क के ...
हम जब मिलें, इश्क और जुनू
पास आएं...
फिर बेखुदी,मुझको यूं ही,
ऐसे .. नचाए
झूम के सावन में नाचे वो
मस्त - घटा बन छाई रे
चुनरी भी तेरी सर से
सरकी सरकी जाए रे
पिया संग नैन मिलाकर
दिल देकर वो आई रे
चुनरी भी उसकी सर से
सरकी सरकी जाए रे ।।"