Hum Mil Ke Karenge歌词由Archit Zomin演唱,出自专辑《Hum Mil Ke Karenge》,下面是《Hum Mil Ke Karenge》完整版歌词!
Hum Mil Ke Karenge歌词完整版
जनता का अवहान किया -वर्षों जकड़ी बेड़ियों को तो अब तोड़ो
क्रांति कि मशाल जला, गांधी बोले - अंग्रेजों भारत छोड़ो
बहुत सहा ग़ुलामी को अब ना सहेंगे -
थोड़े की अब बात नहीं है - पूरी आज़ादी लेंगे, हम लेके रहेंगे
उसी अगस्त की बेला में हम सौगंध उठाते है
सशक्त राष्ट्र के सपने को मिल कर आज सजाते है
हर युवा को रोज़गार मिले,हर नारी को आज़ादी हो
हर घर स्वस्थ्य सबल बने, ये गली गली मुनादी हो
हम करेंगे, हम मिलकर करेंगे, हम कर के रहेगे
गाँव गाँव अब विकसित हो, जन जन स्वाभिमानी हो
देश में ना रहे ग़रीबी, विकास ही अपनी निशानी हो
एक क्रांति फिर ऐसी फिर रगो में वही रवानी हो
कंधे कंधा मिला कर सब ने बस यही ठानी हो
हम करेंगे, हम मिलकर करेंगे, हम कर के रहेगे