Kanha Jaisa Ho Bhai歌词由Govind Ojha&mahi vishwakarma演唱,出自专辑《Kanha Jaisa Ho Bhai》,下面是《Kanha Jaisa Ho Bhai》完整版歌词!
Kanha Jaisa Ho Bhai歌词完整版
कान्हा जैसा हो भाई ।
राधा जैसी हो बहना ॥
जिस आंगन में ये फूल खिले ।
उस घर को क्या अब कहना ॥
इस राखी में प्रेम छुपा है !
इस धागे में प्रेम छुपा है !
प्रीत का पहनो गहना ॥
कान्हा जैसा हो भाई ।
राधा जैसी हो बहना ॥
कटी कृष्ण की अंगुली तो,
पंचाली ने पल्लू फाड़ दीया ।
अपने भाई के ज़ख़्मों पे,
प्रेम का धागा बाँध दिया ॥
लाज रखी कान्हा ने इसकी,
तुम भी ऐसे रखना ॥
कान्हा जैसा भाई ।
राधा जैसी बहना ॥
कान्हा जैसा हो भाई ।
राधा जैसी हो बहना ॥
सबकी आँखों का तारा हो,
तुम भी तो मेरी जान हो ।
महसूस करूं हर पल तुझको
भाइ तू दुनिया - जहान हो ॥
मेरी दुआ ये तुझको लगे,
जीवन भर तुम ख़ुश रहना ॥
कान्हा जैसा हो भाई ।
राधा जैसी हो बहना ॥