Pehli Baarish歌词由Megh演唱,出自专辑《Pehli Baarish》,下面是《Pehli Baarish》完整版歌词!
Pehli Baarish歌词完整版
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
उनसे मिला दो, हम तरसे भए
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
उनके बिना हैं, हम मर से गए
वो मौसम की पहली बारिश
वो साथ में रहने की ख्वाहिश
उस एक ही ग्लास में पी थी जो
वो चाय की चुस्की थी या विश
अब आग लगी बिन माचिस के
सब बूंदें फंस गई साज़िश में
हम भीगे थे, हम बहके थे
पर रात निकल गई आखिर में
अधरों से छू गई प्याले को
आंखों से चल गई चालें जो
भीगे उलझे केश झटक इक
हाथ में रम को संभाले वो
हम साथ चले उन सड़कों पे
फिर हंसते सारे तर्कों पे
जो दिल पत्थर का मेरा था
अब उससे पुछूं धड़कोगे
मैं चित्र बनाऊं साजन का
बिन कागज़ के, बिन श्याही के
वो रूप नयन में छपा हुआ
मैं लाड़ लड़ाऊं माही से
वो पानी की बूंदें फिसले जब
माथे से उन गालों तक
राहत मिलती है दिल को
जैसे मंज़िल मिलती राही से
हां शाही से हैं ठाठ भी उनके
नाच रहे बारिश की धुन पे
नाचे जैसे उपवन में
गोपी कान्हा की बंसी सुनके
ये रात ना जाने आए कब
समय चक्र दोहराये कब
इंतज़ार में मैं और तुम
ये मेघ पानी बरसाए कब
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
उनसे मिला दो, हम तरसे भए
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
उनके बिना हैं, हम मर से गए
कभी हम थे चुप, कभी तुम थे चुप
ये धीमी बूंद, अंधेरा घुप्प
चले तेज़ हवा, पूरव की ओर
माटी की महक, और गम गये छुप
घनघोर मेघ ने घेर लिया
आने में करते देर पिया
देखे तीखा तीखा
आंखों से मुझको ढ़ेर किया
मौसम कितना है हसीन
तुम्हें मिलने बुलाया
सोचे कुछ ना दिमाग
तुम्हें दिल ने बुलाया
आंखों में जो पानी तेरी
बारिश या आंसू की बूंदें
मुझको बताओ
तुम्हें किसने रुलाया
आये थे हां तुम भी
कुछ काम के बहाने
मैं देखूं ना सितारे
इक चांद के बहाने
लगे मुझको गिराने
सब आशिक के घराने
मैं पीने बैठा फ़िर
इस शाम के बहाने
तूने हाथों से जो भरा जाम
क्या खूब है
मैं फ़िर भी नशे में तेरे
क्या नूर है
आयेंगे ज़रूर
तेरे शहर घुमने को जानी
मुझको बताओ
क्या क्या मशहूर है
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
शहर पधारो मोरे, हम तरसे भए
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
तोहरे बिना हैं, हम मर से गए
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
उनसे मिला दो, हम तरसे भए
बरसो रे मेघा अब अरसे भए
उनके बिना हैं, हम मर से गए