Swami Trip歌词由Abhiarc演唱,出自专辑《Swami Trip》,下面是《Swami Trip》完整版歌词!
Swami Trip歌词完整版
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हर किताब, हर एक मंतर
मैने पढ़ा, अंदर ही अंदर
स्वामी तेरी बात, करूं जो निरंतर
पापी सारे खाक, उनके लिए तू भयंकर
बता दे मुझे ज्ञान का है श्रोत कहां
इस मायावी जीवन में हमको है होश कहां।
दे मुझे आशीर्वाद तू,
कर दे मुझे आज़ाद तू,
मेरे इस पापी से जीवन से,
या दे-दे मुझे ज्ञान तू
मन ये परेशान क्यों
सीखा है मैंने बड़ो से हर कोने हर जान में तू।
हर किताब, हर एक मंतर
मैने पढ़ा, अंदर ही अंदर
स्वामी तेरी बात, करूं जो निरंतर
पापी सारे खाक, उनके लिए तू भयंकर
ये मेरा अज्ञानी मन,
भटक रहा है इधर उधर,
क्या है गलत, क्या है सही,
मन में बन सा रहा है बवंडर,
कैसे साफ करूं अपने आप को?
कैसे ज्ञान भरूं अपने इस मन में?
कष्ट, दर्द, यातना,
कब तक सहूं ये मनुष्य रूपी कष्ट को।
हे ईश्वर मुझे शांति दे,
हे ईश्वर मुझे आशीर्वाद दे,
हर किताब, हर एक मंतर
मैने पढ़ा, अंदर ही अंदर